Lacknow: राजधानी के अलीगंज इलाके में दो युवकों को विदेश में नौकरी के झांसे में ठगी का शिकार होना पड़ा। सेक्टर-एच निवासी अविनाश चंद्र और उनके दोस्त सौरभ सिंह को सोशल मीडिया पर लक्जमबर्ग में नौकरी का झूठा प्रलोभन देकर एक लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ितों ने इस संबंध में कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है।
मामले की जानकारी देते हुए अविनाश ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट देखी थी, जिसमें लक्जमबर्ग में उच्च वेतन वाली नौकरी का ऑफर दिया गया था। इस पोस्ट को मोमिता सिन्हा और ध्रुव शर्मा नाम के दो लोगों ने शेयर किया था। अविनाश ने जब यह जानकारी अपने दोस्त सौरभ को दी, तो दोनों ने इन संदिग्ध लोगों से संपर्क किया।
आरोपियों ने दोनों युवकों को बताया कि लक्जमबर्ग में उन्हें प्रति माह भारतीय मुद्रा में साढ़े चार लाख रुपये का वेतन मिलेगा। इसके बाद आरोपियों ने वीजा, टिकट और अन्य प्रक्रियाओं के नाम पर दोनों से 50-50 हजार रुपये ऐंठ लिए। पैसे मिलने के बाद आरोपियों ने व्हाट्सएप पर एक वर्क परमिट भेजा, जो बाद में फर्जी निकला।
पीड़ितों ने जब इस वर्क परमिट को भारतीय दूतावास से सत्यापित कराने की कोशिश की, तो पता चला कि यह दस्तावेज नकली है। इसके बाद दोनों युवकों ने पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
यह मामला एक बार फिर सोशल मीडिया पर मिलने वाले नौकरी के झूठे प्रस्तावों से सावधान रहने की नसीहत देता है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रकार के रोजगार प्रस्ताव को स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से पुष्टि कर लें। विशेषकर जब ऐसे प्रस्ताव सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हों, तो अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है।