गोंद और गोंद कतीरा दोनों ही हमारे शरीर के लिए फायदेमंद हैं। सर्दियों में गोंद से बनी चीज़ें खाएं और गर्मियों में गोंद कतीरा का इस्तेमाल करें। इससे आपका शरीर स्वस्थ और मजबूत रहेगा। अपनी जरूरत और मौसम के हिसाब से इन्हें अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही, इनसे बनी पारंपरिक भारतीय रेसिपीज़ का आनंद भी लें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।
भारत में गोंद और गोंद कतीरा का उपयोग बहुत पुराना है। गोंद से बने लड्डू सर्दियों में खाए जाते हैं ताकि शरीर गर्म और ताकतवर रहे। वहीं, गर्मियों में गोंद कतीरा का शरबत पीने से शरीर ठंडा और ताजा रहता है।
गोंद और गोंद कतीरा क्या हैं?
- गोंद: यह पेड़ों से निकलने वाला एक चिपचिपा पदार्थ है। इसे मिठाइयों, दवाइयों और घरेलू नुस्खों में इस्तेमाल करते हैं। यह शरीर को ताकत देता है, हड्डियों को मजबूत करता है और सर्दियों में गर्मी देता है।
- गोंद कतीरा: यह भी पेड़ों से मिलता है, लेकिन यह ठंडा और जेल की तरह होता है। गर्मियों में यह शरीर को ठंडक देता है, त्वचा को बेहतर बनाता है और पानी की कमी से बचाता है।
गोंद के फायदे
– पेट के लिए अच्छा: गोंद खाने से पेट साफ रहता है और कब्ज की समस्या दूर होती है। यह पाचन को आसान बनाता है।
– हड्डियों को ताकत: इसमें कैल्शियम और प्रोटीन होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है और टूटने से बचाता है।
– रोगों से लड़े: यह शरीर की बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है और सर्दी-खांसी से बचाता है।
– एनर्जी दे: सर्दियों में गोंद के लड्डू खाने से थकान दूर होती है और पूरे दिन ताकत बनी रहती है।
गोंद कतीरा के फायदे
– शरीर को ठंडक: गर्मियों में यह शरीर को ठंडा रखता है और गर्मी से बचाता है।
– तुरंत ताजगी: थकान मिटाने और एनर्जी देने में यह बहुत अच्छा है।
– पेट को आराम: यह पेट की जलन और गैस को कम करता है और पाचन को शांत रखता है।
– त्वचा के लिए फायदा: यह त्वचा को नमी देता है और उसे ठंडा रखता है।
गोंद और गोंद कतीरा कैसे खाएं?
- गोंद: इसे लड्डू, हलवा या दूध में मिलाकर खाएं। सर्दियों में यह शरीर को ताकत और गर्मी देता है। खासकर प्रसव के बाद महिलाओं को इसे खाने की सलाह दी जाती है।
- गोंद कतीरा: इसे रातभर पानी में भिगो दें। फिर शरबत, दही या स्मूदी में मिलाकर पिएं। गर्मियों में यह शरीर को तरोताजा रखता है। इसे फालूदा या ठंडाई में भी डाल सकते हैं।
ध्यान रखने वाली बातें
- गोंद और गोंद कतीरा को सही मात्रा में खाएं। ज्यादा खाने से पेट में दिक्कत हो सकती है।
- बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं इसे डॉक्टर की सलाह से लें।