Google Willow Chip: गूगल ने ऐसी चीज को हकीकत बना दिया है जो हम पहले हॉलीवुड की फिल्मों में देखे थे। हां जी आज हम बात करने वाले हैं गूगल की नई क्वांटम चिप Willow की जो सिर्फ 5 मिनटमें ऐसी प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर सकता है जिसमें सुपर कंप्यूटर को करोड़ों साल लग जाते हैं।
आपने हॉलीवुड की बहुत फिल्में देखी होगी जिसमें क्वांटम फिजिक्स की बात होती है और इसी क्वांटम फिजिक्स पर गूगल ने नई क्वांटम चिप Willow बनाई है। गूगल दावा करता है कि यह चिप अभी तक धरती में मौजूद सबसे बड़ा सुपर कंप्यूटर जिसे कैलकुलेशन को करने में कई युग लग जाते हैं उसे चंद मिनट में पूरा कर देगा।
न्यूज़ रिपोर्ट की माने तो यह विलो चिप गूगल के 10 साल की मेहनत से बनी है। इसके लिए 2012 में गूगल क्वांटम आई स्टेबलाइज हुई थी। इस चिप के लोन से पहले क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में बहुत सारी गलतियां होती थी लेकिन अब यह गलतियां इस चिप की मदद से दूर हो जाएगी।
गूगल ने विलो चिप को बनाने की शुरुआत 2012 में की थी, जब उसने “गूगल क्वांटन एआई” की स्थापना की। इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने में पूरे 10 साल लगे। क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती क्यूबिट्स को जोड़ने पर आने वाली त्रुटियों को दूर करना था। गूगल का कहना है कि विलो चिप इस चुनौती को पूरी तरह हल करने में सक्षम है। यह चिप न केवल त्रुटियों को खत्म करेगी बल्कि रियल टाइम में उन्हें सुधारने की भी क्षमता रखती है।
ब्रह्मांड और मल्टीवर्स को समझने में मददगार
गूगल की विलो चिप का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने में काफी हद तक मदद करने वाली है। अभी तक मल्टीवर्स की बातें सिर्फ हॉलीवुड फिल्मों और थ्योरी में सुनी होगी लेकिन यह चिप इस बात को साइंटिफिक तरीके से साबित करेगी। गूगल के अनुसार विलो चिप 10,000,000,000,000,000,000,000,000 साल की गणनाओं को सिर्फ 5 मिनट में पूरा कर सकती है। यह तकनीक मेडिकल रिसर्च, एआई एप्लिकेशन और वैज्ञानिक खोजों के लिए एक नया आयाम पेश करेगी। इसके जरिए इंसानों को पहले से कहीं अधिक रियल टाइम कैलकुलेशन और समाधानों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।