8th Pay Commission: केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर फिलहाल के समय में बहुत बड़ी चर्चा चल रही है। वेतन में बढ़ोतरी को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं क्योंकि सरकार जल्द ही नए वेतन आयोग की घोषणा कर सकती है। नेशनल काउंसिल-ज्वाइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (NC-JCM) के सचिव शिव गोपाल मिश्रा का कहना है कि फिटमेंट फैक्टर कम से कम 2.57 या उससे अधिक होना चाहिए।
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर
फिटमेंट फैक्टर वह गणना पद्धति है जिससे तय होता है कि मौजूदा वेतन में कितनी बढ़ोतरी होगी। इसे पुराने बेसिक पे को नए संशोधित मूल वेतन से विभाजित करके निकाला जाता है। 7वें वेतन आयोग में 2.57 फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था, जिससे न्यूनतम वेतन 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये कर दिया गया था।
कितनी बढ़ सकती है सैलरी
अगर 8वें वेतन आयोग में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो केंद्रीय कर्मचारियों की वेतन में 157% तक वृद्धि हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 2.86 के बीच रह सकता है, जिससे वेतन में 92% से 186% तक का इजाफा संभव है।
किन नए प्रस्तावों पर हो रही है चर्चा
सभी वेतन श्रेणियों का पुनर्मूल्यांकन – यानी वेतन संरचना को फिर से तय करना।
महंगाई भत्ते (DA) को मूल वेतन में जोड़ना, जिससे वेतन अधिक स्थिर हो।
पेंशन और ग्रेच्युटी में बदलाव खासतौर पर 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना को पुनः लागू करना।
CGHS स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, जिससे सभी कर्मचारियों को कैशलेस इलाज मिल सके।
बच्चों की शिक्षा भत्ता और हॉस्टल सब्सिडी में बढ़ोतरी जिससे कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च कम हो सके।
कब लागू होगा 8वां वेतन आयोग
अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन संभावना है कि 2026 तक इसे लागू किया जा सकता है। फिलहाल कर्मचारी और यूनियन संगठनों की ओर से जल्द से जल्द वेतन आयोग गठित करने की मांग की जा रही है। 8वें वेतन आयोग से लाखों सरकारी कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। अगर नया फिटमेंट फैक्टर 2.57 या उससे अधिक होता है तो वेतन में अच्छी खासी बढ़ोतरी होगी। हालांकि सरकार की आधिकारिक घोषणा के बाद ही पूरी तस्वीर साफ होगी।