RBI की नई पॉलिसी का बड़ा असर, रेपो रेट में कटौती से आम आदमी को मिलेंगे कई फायदे

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee - MPC) की बैठक में आम लोगों के लिए राहत भरी खबर आई है। RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने घोषणा की है कि रेपो रेट में 0.25% यानी 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है।

By Sanwarmal Choudhary

Published on:

12:50 PM

8 अप्रैल 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में एक अहम फैसला लिया गया। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने ऐलान किया कि रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट यानी 0.25% की कटौती की जा रही है। इसका मतलब है कि अब बैंकों को आरबीआई से कर्ज लेना पहले से सस्ता हो जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि इसका असर आपकी जिंदगी पर कैसे पड़ेगा? यह खबर उन लोगों के लिए खास है जो लोन लेने की सोच रहे हैं, घर खरीदना चाहते हैं या अपनी EMI कम करना चाहते हैं।

लोन का बोझ होगा हल्का

रेपो रेट में कटौती का सबसे बड़ा फायदा यह है कि बैंक अब सस्ते में पैसा उधार ले सकेंगे। जब बैंकों के पास सस्ता पैसा आएगा, तो वे अपने ग्राहकों को भी कम ब्याज पर लोन ऑफर करेंगे। मान लीजिए, आपने घर या गाड़ी के लिए लोन लिया है, तो आपकी मासिक किस्त (EMI) में कुछ राहत मिल सकती है। अगर आप हर महीने 25,000 रुपये की EMI भर रहे हैं, तो यह कटौती के बाद 500 से 1000 रुपये तक कम हो सकती है।

नया घर या गाड़ी खरीदना होगा आसान

अगर आप लंबे समय से नया घर या गाड़ी खरीदने का सपना देख रहे हैं, तो अब सही वक्त हो सकता है। रेपो रेट कम होने से नए लोन की ब्याज दरें भी घटेंगी। चाहे वह होम लोन हो, कार लोन हो या बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन, अब आपको कम ब्याज चुकाना पड़ेगा। इससे लोन की कुल लागत कम होगी और आपकी जेब पर कम दबाव पड़ेगा।

नौकरियों और बिजनेस को मिलेगा बूस्ट

यह कटौती सिर्फ लोन लेने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। जब बैंकों से सस्ता कर्ज मिलेगा, तो कंपनियाँ उस पैसे का इस्तेमाल नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने, फैक्ट्रियाँ खोलने या अपने बिजनेस को बढ़ाने में करेंगी। इससे नई नौकरियाँ पैदा होंगी और लोगों की आमदनी बढ़ेगी।

रियल एस्टेट में आएगी रौनक

घर खरीदना सस्ता होने का असर सीधे रियल एस्टेट सेक्टर पर भी दिखेगा। जब लोग कम ब्याज पर होम लोन लेंगे, तो फ्लैट्स और प्रॉपर्टी की खरीदारी बढ़ेगी। इससे डेवलपर्स को नई परियोजनाएँ शुरू करने की हिम्मत मिलेगी। कंस्ट्रक्शन का काम तेज होगा, जिससे सीमेंट, स्टील और पेंट जैसे उद्योगों को भी फायदा पहुंचेगा। शहरों में जहाँ प्रॉपर्टी की डिमांड पहले से ज्यादा है, वहाँ यह कटौती बाजार में नई जान डाल सकती है।

अर्थव्यवस्था को मिलेगा सहारा

रेपो रेट में कटौती का एक बड़ा मकसद अर्थव्यवस्था को मंदी से बचाना भी है। जब लोग सस्ते लोन लेकर खर्च करेंगे, तो बाजार में पैसा ज्यादा घूमेगा। दुकानों में भीड़ बढ़ेगी, सामान की बिक्री होगी और कारोबार चल पड़ेंगे। इससे देश की जीडीपी ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा।

Sanwarmal Choudhary

मुझे B.Sc. फाइनल पास किए हुए 4 साल से ज्यादा हो गया और अब मैं फाइनेंस, बिजनेस और मार्केट के ट्रेंडिंग टॉपिक्स के बारें में लिख रहा हूँ। इन क्षेत्रों में गहरी रुचि और अनुभव है। अपने आर्टिकल्स के जरिए Janata Times 24 के पाठकों को बिजनेस ट्रेंड्स, फाइनेंशियल टिप्स और बाजार की जानकारी देता हूँ।

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