BEd Course: अब फिर से 1 साल के होंगे B.Ed और M.Ed कोर्स, जानें नए योग्यता नियम और कोर्स में बदलाव

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से हाल ही में जानकारी दी गई हैकी 1 साल के बीएड और एक साल के एमएड कोर्स  की शुरुआत आगामी शैक्षणिक सत्र 2026-27 से शुरू की जाएगी। 

By Ashu Choudhary

Published on:

4:15 PM
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BEd And MEd One Year Course: करीब 10 साल बाद एक बार फिर B.Ed और M.Ed कोर्स की अवधि घटकर 1 साल होने जा रही है। जानकारी के मुताबिक बता दें कि पहले राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने इन कोर्सेज को 2 साल का कर दिया था लेकिन अब नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत यह फैसला बदला गया है। NCTE के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2026-27 से 1 साल के B.Ed और M.Ed कोर्स शुरू किए जाएंगे। यह बदलाव नए मसौदा नियमों का हिस्सा है जो 2026-27 से लागू कर दिया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक बता दें कि पहले B.Ed और M.Ed कोर्स की अवधि केवल 1 साल थी लेकिन 2014 में एनसीटीई (मान्यता मानदंड और प्रक्रिया) विनियमन के तहत इसे बढ़ाकर 2 साल कर दिया गया था। इसके पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य कोर्स की गुणवत्ता में सुधार करना था। 2015 में तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में बताया था कि बीएड कोर्स को ज्यादा व्यावसायिक और प्रभावी बनाने के लिए योग शिक्षा और जेंडर स्टडी जैसे नए मॉड्यूल जोड़े गए थे। साथ ही 20 सप्ताह की इंटर्नशिप कोर्स का अनिवार्य हिस्सा बना दी गई थी। सरकार का मानना था कि इस बदलाव से शिक्षण प्रशिक्षण को अधिक व्यावहारिक और पेशेवर बनाया जा सकेगा।

क्या फिर से 1 साल के होंगे B.Ed और M.Ed? जानें दो साल के कोर्स का भविष्य 

NCTE ने स्पष्ट किया है कि 1 साल के B.Ed और M.Ed कोर्स की वापसी का मतलब 2 साल के कोर्स को खत्म करना नहीं है। NCTE के चेयरमैन पंकज अरोड़ा ने बताया कि 1 साल का M.Ed कोर्स फुल-टाइम होगा जबकि 2 साल का कोर्स पार्ट-टाइम रहेगा। यह खासतौर पर उन शिक्षकों शिक्षा प्रशासन से जुड़े प्रोफेशनल्स और कार्यरत उम्मीदवारों के लिए बनाया गया है जो अपनी नौकरी के साथ पढ़ाई भी करना चाहते हैं। इससे वे अपने करियर में आगे बढ़ने के साथ-साथ उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे।

1 साल के B.Ed कोर्स में Admission के लिए क्या होंगी योग्यताएं

मसौदा नियमों के मुताबिक 1 वर्षीय B.Ed कोर्स में वही उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने 4 साल का ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) पूरा किया हो। NCTE के चेयरमैन पंकज अरोड़ा के अनुसार, 3 साल का ग्रेजुएशन करने वाले छात्र इस कोर्स के लिए पात्र नहीं होंगे जब तक कि उन्होंने मास्टर डिग्री (PG) पूरी न कर ली हो। ऐसे छात्रों के लिए 2 वर्षीय B.Ed कोर्स जारी रहेगा।

अरोड़ा ने यह भी बताया कि 2015 में शुरू किया गया 2 साल का M.Ed कोर्स ज्यादा सफल नहीं रहा। कई संस्थानों को खाली सीटों की समस्या का सामना करना पड़ा और कोर्स में जरूरी सुधार भी नहीं हो सके। इसी को ध्यान में रखते हुए 1 साल का नया कोर्स फिर से लागू किया जा रहा है।

Ashu Choudhary

मेरा नाम आशु चौधरी है और मैं पिछले 5 साल से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। इस समय में Janata Times 24 जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से सरकारी नौकरी और योजनाओं की लेटेस्ट जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहा हूं।

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