DSSSB Teacher Vacancy 2025: दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड में निकलेगी 9000 टीजीटी पीजीटी शिक्षकों की भर्ती, यहां जाने डिटेल 

दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) अपने आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से जल्द ही टीजीटी पीजीटी शिक्षकों के 9000 पदों पर भर्ती की अधिसूचना जारी करेगा। इस भारती का नोटिफिकेशन अप्रैल या मई के अंतिम तक जारी होने की संभावना है। 

By Ashu Choudhary

Published on:

8:15 AM

DSSSB Teacher Vacancy 2025: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जल्द ही 9,000 से ज्यादा टीचर्स की नियमित भर्ती हो सकती है। शिक्षा निदेशालय इसकी तैयारी कर रहा है। यह भर्ती दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) द्वारा आयोजित परीक्षा के जरिए की जाएगी। संभावना है कि इसी शिक्षा सत्र में भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।  

फिलहाल, दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कुल 70,000 से अधिक शिक्षकों के पद हैं, जिनमें से लगभग 66,000 पर शिक्षक काम कर रहे हैं। इनमें से 12,000 शिक्षक अस्थायी हैं। शिक्षा विभाग ने ऑडिट रिपोर्ट आने के बाद नियमित भर्ती करने का निर्णय लिया है।  

पिछली सरकार ने सरकारी स्कूलों को एक आदर्श शिक्षा मॉडल के रूप में पेश किया था, लेकिन शिक्षकों की कमी के बावजूद छात्रों को पढ़ाया जा रहा था। उस समय ज्यादातर अस्थायी शिक्षकों को ही नियुक्त किया गया था। जब किसी शिक्षक ने नौकरी छोड़ी, तो उसकी जगह भी अस्थायी शिक्षकों को ही रखा गया।  

शिक्षा निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बार स्नातकोत्तर शिक्षक (PGT) और प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) के पदों पर भर्ती होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अप्रैल या मई तक भर्ती का नोटिफिकेशन जारी हो सकता है।

इस बीच, राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव अजय वीर यादव ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बदलने के बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन हकीकत में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। उनका कहना है कि अब नए शिक्षकों की भर्ती होने से स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बेहतर होगा और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।

2025-26 सत्र से सरकारी स्कूलों में विज्ञान स्ट्रीम को मिलेगा बढ़ावा

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अगले शैक्षणिक सत्र (2025-2026) से विज्ञान विषय को और बढ़ावा दिया जाएगा। शिक्षा निदेशालय इस दिशा में योजना बना रहा है। फिलहाल करीब 430 स्कूलों में विज्ञान की पढ़ाई हो रही है, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 600 से ज्यादा स्कूलों में लागू किया जा सकता है।  

इस नई पहल के साथ ही स्कूलों में विज्ञान प्रयोगशालाओं (लैब) का भी निर्माण कराया जाएगा, ताकि छात्रों को बेहतर व्यावहारिक ज्ञान मिल सके। साथ ही, विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने पर भी खास ध्यान दिया जाएगा। इससे छात्रों को भविष्य में इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य विज्ञान संबंधी क्षेत्रों में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

Ashu Choudhary

मेरा नाम आशु चौधरी है और मैं पिछले 5 साल से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। इस समय में Janata Times 24 जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से सरकारी नौकरी और योजनाओं की लेटेस्ट जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहा हूं।

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