Indian Army Recruitment 2025: भारतीय सेना में नौकरी का सपना देखने वाले युवाओं के लिए एक अहम खबर है। हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि अग्निवीर भर्ती के लिए शारीरिक टेस्ट के नियमों में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। यह बात रक्षा राज्य मंत्री ने संसद में एक सवाल के जवाब में कही। कुछ लोगों को लग रहा था कि पुरुष और महिला उम्मीदवारों के लिए फिजिकल टेस्ट को आसान बनाया जा सकता है, लेकिन मंत्रालय ने इस बात से साफ इनकार कर दिया। सेना का कहना है कि शारीरिक मापदंड वही रहेंगे, ताकि चुने गए अग्निवीर हर चुनौती के लिए तैयार रहें।
शारीरिक टेस्ट में ढील की खबरों पर विराम
पिछले कुछ समय से यह चर्चा थी कि शायद भारतीय सेना में भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट के नियमों को हल्का किया जा सकता है। इस सवाल को लेकर लोकसभा में भी बात उठी, लेकिन रक्षा मंत्रालय ने साफ कर दिया कि ऐसा कोई प्लान नहीं है। रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि सेना की ओर से ऐसा कोई सुझाव नहीं आया, और मौजूदा मापदंड ही लागू रहेंगे। इसका मतलब है कि चाहे पुरुष हों या महिलाएं, सभी को वही टेस्ट पास करने होंगे जो पहले से तय हैं।
आर्मी अग्निवीर फिजिकल टेस्ट में क्या हैं नियम?
अग्निवीर भर्ती में शारीरिक टेस्ट को चार ग्रुप में बांटा गया है, और हर ग्रुप में दौड़ और पुल-अप्स के आधार पर नंबर दिए जाते हैं। पहले ग्रुप में आपको 1.6 किलोमीटर की दौड़ 5 मिनट 30 सेकेंड में पूरी करनी होगी, जिसके लिए 60 अंक मिलते हैं।
इसके अलावा 10 पुल-अप्स करने होंगे, जो 40 अंक के हैं। दूसरे ग्रुप में यही दौड़ 5 मिनट 45 सेकेंड में पूरी करने पर 48 अंक और 9 पुल-अप्स पर 33 अंक मिलते हैं। तीसरे ग्रुप में 6 मिनट में दौड़ पूरी करने पर 36 अंक और 8 पुल-अप्स पर 27 अंक मिलते हैं। चौथे ग्रुप में 6 मिनट 15 सेकेंड में दौड़ के लिए 24 अंक और 7 पुल-अप्स के लिए 21 अंक तय हैं।
अगर कोई 6 पुल-अप्स करता है, तो उसे 16 अंक मिलेंगे। इसके अलावा 9 फीट की लंबी कूद और जिग-जैग बैलेंस टेस्ट पास करना जरूरी है, लेकिन इनके लिए अलग से नंबर नहीं मिलते, ये सिर्फ क्वालिफाइंग हैं।
नए बदलाव
इस साल अग्निवीर भर्ती में कुछ बदलाव किए गए हैं, जो उम्मीदवारों के लिए राहत की बात हैं। पहले सिर्फ दो ग्रुप थे- 5 मिनट 30 सेकेंड और 5 मिनट 45 सेकेंड। जो इन समय सीमाओं में दौड़ पूरी नहीं कर पाते, उन्हें बाहर कर दिया जाता था। लेकिन अब दो नई श्रेणियां जोड़ी गई हैं- 6 मिनट और 6 मिनट 15 सेकेंड। इसका मतलब है कि अब 5 मिनट 30 सेकेंड से लेकर 6 मिनट 15 सेकेंड तक दौड़ पूरी करने वाले उम्मीदवारों को मौका मिलेगा।
पहले तेज दौड़ने वाले युवाओं को जनरल ड्यूटी के लिए चुना जाता था, और 5 मिनट 45 सेकेंड वाले बाकी पदों के लिए। अब नए नियमों के साथ तकनीशियन, ट्रेड्समैन और ऑफिस असिस्टेंट जैसे पदों के लिए भी ज्यादा लोग क्वालिफाई कर सकेंगे। यह बदलाव खास तौर पर उन उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद है, जो पहले थोड़े समय के कारण बाहर हो जाते थे।