सुकमा में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, 16 नक्सली ढेर, अभियान जारी

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आज सुबह से चल रहे नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। केरलापाल थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में अब तक 16 नक्सली मारे गए हैं और दो सुरक्षाकर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं।

By Prithavi Raj

Published on:

8:26 PM

रायपुर/सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए, जबकि दो सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। यह मुठभेड़ केरलापाल थाना क्षेत्र के जंगलों में हुई, जहां सुरक्षा बलों का एक दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था।

भारी गोलीबारी के बीच 16 नक्सली ढेर

शनिवार सुबह जब सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम जंगल में सर्च ऑपरेशन कर रही थी, तभी नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने 16 नक्सलियों को मार गिराया। डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के जवान इस ऑपरेशन में शामिल थे।

सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, इलाके में नक्सलियों की भारी मौजूदगी की सूचना पहले ही मिल गई थी, जिसके बाद शुक्रवार रात से ही सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। मुठभेड़ के बाद अब तक 16 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं और तलाशी अभियान जारी है।

नक्सलियों के खिलाफ जारी है कड़ी कार्रवाई

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से कई हथियार और नक्सली दस्तावेज भी बरामद किए हैं। उन्होंने कहा कि मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है और यह ऑपरेशन अभी भी जारी है।

गृह मंत्री बोले—नक्सलवाद पर करारा प्रहार

इस मुठभेड़ के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “सुकमा में हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने 16 नक्सलियों को ढेर कर दिया है और बड़ी संख्या में स्वचालित हथियार जब्त किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के संकल्प पर पूरी तरह कायम है।”

उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि हिंसा से बदलाव नहीं आ सकता, बल्कि शांति और विकास से ही देश आगे बढ़ सकता है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ तेजी से बढ़ रहा अभियान

पिछले हफ्ते बीजापुर और कांकेर जिलों में हुई मुठभेड़ों में भी दो दर्जन से अधिक नक्सली मारे गए थे। छत्तीसगढ़ में सरकार और सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य रखा है, जिसके तहत कई बड़े ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।

साल 2024 में अब तक 116 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं, जबकि 2023 में यह संख्या 22 और 2022 में 30 थी। इसी साल देशभर में 113 माओवादी मारे गए हैं, 104 गिरफ्तार हुए हैं और 164 ने आत्मसमर्पण किया है।

बस्तर के जंगलों में सुरक्षाबलों की पकड़ मजबूत

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव और सुकमा जैसे जिले माओवादी गतिविधियों के लिए कुख्यात रहे हैं। सरकार ने इन इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई है और यहां नक्सलियों के ठिकानों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।

बस्तर में नक्सलियों का आखिरी गढ़ हो सकता है ध्वस्त

सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में फैले 4,000 वर्ग किलोमीटर के अभुजमाड़ जंगल में भी 17 नए कैंप स्थापित किए हैं। यह इलाका अभी तक नक्सलियों के कब्जे में था और यहां कोई प्रशासनिक व्यवस्था नहीं थी।

Prithavi Raj

मैं राजस्थान के सीकर जिले का रहने वाला हूँ और LLB की हुई हैं। वकील होने के साथ-साथ मुझे लोकल न्यूज़ पढ़ना और लिखना काफी पसंद है। मैंने 7 साल से कई बड़े न्यूज़ पोर्टल पर अपना योगदान दिया है।

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