दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आ चुके हैं और इस बार राजधानी की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है, वहीं आम आदमी पार्टी (आप) का किला लगभग ढह गया है। कांग्रेस की स्थिति पहले से भी ज्यादा खराब हो गई, जिससे यह साफ हो गया कि दिल्ली की जनता ने बदलाव के पक्ष में वोट दिया है। इस चुनाव में दिल्ली के मतदाताओं ने बदलाव का स्पष्ट संकेत दिया है और यह तय कर दिया कि वे अब एक नई सरकार चाहते हैं।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को हुए मतदान के बाद 8 फरवरी को नतीजे आए, और यह साफ हो गया कि जनता ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत से सत्ता सौंपने का फैसला किया है।
- बीजेपी: 48 सीटें (2015 में 3 सीटें, 2020 में 8 सीटें)
- आप: 22 सीटें (2015 में 67 सीटें, 2020 में 62 सीटें)
- कांग्रेस: 0 सीटें (2015 और 2020 में भी शून्य)
पिछले चुनावों की तुलना में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया और आप को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। 2020 में जहां बीजेपी सिर्फ 8 सीटें जीत पाई थी, वहीं इस बार उसने 48 सीटों पर कब्जा कर लिया।
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दिल्ली विधानसभा चनाव – Party Wise Results
Party | Won | Leading | Total |
---|---|---|---|
Bharatiya Janata Party – BJP | 40 | 8 | 48 |
Aam Aadmi Party – AAP | 20 | 2 | 22 |
Total | 60 | 10 | 70 |
अरविंद केजरीवाल समेत AAP के दिग्गज नेता चुनाव हारे
इस चुनाव में सबसे चौंकाने वाला नतीजा नई दिल्ली सीट से आया, जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीजेपी के प्रवेश वर्मा से हार गए। यह पहली बार हुआ है जब केजरीवाल ने कोई चुनाव हारा है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कई अन्य दिग्गज नेता भी हार गए।
- मनीष सिसोदिया (AAP) – जंगपुरा सीट से हार गए
- सत्येंद्र जैन (AAP) – शकूर बस्ती से हारे
- आतिशी (AAP) – अपनी सीट (कालकाजी) बचाने में सफल रहीं
- अमानतुल्लाह खान (AAP) – ओखला सीट से हारे
AAP के लिए यह चुनाव किसी बड़े झटके से कम नहीं था। पार्टी की सीटें 2020 के मुकाबले आधी से भी कम रह गईं।
कांग्रेस पूरी तरह साफ, नहीं खुला खाता
दिल्ली की राजनीति में कभी मजबूत पकड़ रखने वाली कांग्रेस का इस चुनाव में पूरी तरह सफाया हो गया। पार्टी 2013 के बाद से एक भी विधानसभा सीट जीतने में नाकाम रही है। इस बार भी संदीप दीक्षित, अलका लांबा जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेता कोई करिश्मा नहीं कर सके। कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के कारण दिल्ली में अब सीधी लड़ाई बीजेपी और आप के बीच सिमट गई है।