New Traffic Rule: बिना सीट बेल्ट गाड़ी चलने की बुरी आदत वालों अब सावधानी बरतने का टाइम आ गया है। अब यातायात विभाग ने इसका पूरा इंतजाम कर लिया है।
गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट लगाने वाला नियम तो काफी लंबे टाइम से चला रहा है लेकिन इसे कोई फॉलो नहीं कर रहा। पूरा यातायात विभाग सभी को सीट बेल्ट लगाने के लिए समझाते हुए थक गए लेकिन इसके फायदे जानते हुए भी कई लोग अभी भी इसे नहीं लगा रहे। इसी वजह से ट्रैफिक पुलिस आपका चालान काटती हैलेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो चालान से बचने के लिए ट्रैफिक रूल तोड़कर भाग जाते हैं। अब यह यातायात विभाग के लिए सर दर्द बन चुका है इसलिए विभाग ने इन ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए आगरा नगर निगम ने एक नई पहल की शुरुआत की है। अब ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को पकड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन कैमरों के जरिए सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले ड्राइवर स्पेशल तौर पर नजर रखी जाएगी और उनका ऑटोमैटिक ई-चालान जेनरेट होगा।
आगरा में शुरू हुई AI कैमरों से मॉनिटरिंग
आगरा स्मार्ट सिटी के तहत इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को पूरी तरह लागू कर दिया गया है। इस सिस्टम के तहत शहर भर में 110 AI कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाने वालों की फोटो खींचकर ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम को भेजते हैं। यहां से फोटो वेरीफाई होने के बाद चालान सीधे वाहन मालिक के मोबाइल पर पहुंच जाएगा। सीट बेल्ट न लगाने पर चालान की राशि ₹1000 तय की गई है।
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि ITM-S सिस्टम पूरी तरह से ऑटोमैटिक है और पहले से मौजूद कैमरों को भी इस सिस्टम में जोड़ा गया है। यह तकनीक न सिर्फ सीट बेल्ट न लगाने वालों पर बल्कि हेलमेट न पहनने, रेड लाइट तोड़ने, ओवरस्पीडिंग और गलत साइड में वाहन चलाने जैसे मामलों पर भी लागू होगी।
स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से होगी निगरानी
आगरा नगर निगम परिसर में बने स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में इन कैमरों से मॉनिटर होगी। यहां बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर कैमरों से कैप्चर किए गए फुटेज की लाइव निगरानी की जाती है। इस तकनीक से ट्रैफिक पुलिस को नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि सीट बेल्ट का उपयोग सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर चोटों और मौत के खतरे को 45% तक कम कर सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार सीट बेल्ट न पहनने वाले ड्राइवर और यात्रियों के गंभीर रूप से घायल होने या मौत का जोखिम कई गुना अधिक होता है। आगरा नगर निगम की इस पहल से दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आने की संभावना है।