राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड अपने चरम पर है और आने वाले दिनों में सर्दी का असर और बढ़ने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले पांच दिनों तक शीत लहर और घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में सर्दी का प्रकोप तेज रहेगा। इस दौरान घर से कम ही बाहर निकले और जब भी निकले तो गर्म कपड़ों का इंतजाम करके निकले।
दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरा और बारिश का अलर्ट
दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ने के साथ घने कोहरे का असर साफ नजर आएगा। 22 दिसंबर को दिल्ली में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि 23 दिसंबर से कोहरा हल्का हो सकता है। 23 से 25 दिसंबर तक मध्यम कोहरा रहेगा, लेकिन 26 और 27 दिसंबर को बारिश होने की संभावना है। बारिश के कारण दिल्ली-एनसीआर में ठंड और बढ़ने का अनुमान है इसलिए इस दौरान IMD ने सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कोहरा और शीत लहर का असर
पंजाब और हरियाणा में शीत लहर और कोहरे का असर सबसे अधिक महसूस किया जाएगा। IMD ने 23 दिसंबर से इन राज्यों में भीषण कोहरे की चेतावनी जारी की है। राजस्थान में भी अगले दो दिनों तक सर्दी का सितम जारी रहेगा जहां न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। इन राज्यों में लोगों को घने कोहरे के कारण यात्रा के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है क्योंकि विजिबिलिटी कम होने से रोड एक्सीडेंट भी हो सकते हैं।
पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भी ठंड का असर
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में भी ठंड का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। 22 दिसंबर तक इन राज्यों में घने कोहरे के साथ न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पर्वतीय इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी, जबकि बिहार और झारखंड के मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं का असर महसूस होगा।
ठंड से बचाव के लिए अलर्ट
उत्तर भारत में शीत लहर और घने कोहरे के कारण ठंड के प्रकोप में बढ़त हुई है। IMD ने जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के लिए अगले पांच दिनों तक येलो अलर्ट जारी किया है जबकि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी ठंड को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में अगर आप क्रिसमस पर बाहर जाने की योजना बना रहे हैं तो खासतौर पर गर्म कपड़ों का ध्यान रखें क्योंकि ठंडी हवाओं और बारिश के कारण बीमार होने का खतरा बढ़ सकता है।