उत्तर भारत के इलाकों में मौसम विभाग में ठंड बढ़ने की संभावना बताई है। इसके मुताबिक मैदा मैदा नहीं इलाकों में मिनिमम टेंपरेचर में 1 से 2 डिग्री गिरावट देखने को मिलेगी।
उत्तर भारत में अभी ठंड बढ़ने वाली है भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में गिरावट हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ मतलब वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से उत्तर-पश्चिमी भारत के राज्यों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिक डॉ. सोमा सेन रॉय के अनुसार जम्मू-कश्मीर में कुछ जगहों पर बारिश की संभावना है जबकि मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान स्थिर रहेगा। लेकिन न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान की स्थिति
पंजाब के आदमपुर में आज सबसे कम न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच और अधिकतम तापमान 24 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। पिछले 24 घंटों में दिल्ली और मध्य प्रदेश जैसे क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान औसत से एक से तीन डिग्री कम दर्ज किया गया। वहीं, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में अधिकतम तापमान औसत से तीन डिग्री अधिक चल रहा है।
गुजरात और महाराष्ट्र में तापमान में बदलाव
गुजरात में अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। इसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस का इजाफा अगले तीन से चार दिनों में होने की संभावना है।
दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान का कहर
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान फेंगल का असर दक्षिण भारत के तटीय इलाकों पर हो रहा है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश जारी है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। तूफान के केंद्र की स्थिति चेन्नई से 210 किमी दक्षिण-पूर्व, पुडुचेरी से 210 किमी पूर्व और नागपट्टिनम से 230 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व में दर्ज की गई है। यह तूफान 7 किमी/घंटा की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ रहा है।