जैसा कि हम सभी जानते हैं अपने देश में पशुपालन कितना ज्यादा होता है। ग्रामीण इलाकों में बकरी पालन (Goat Farming) का बिजनेस पुराने समय से चला आ रहा है। पहले इसे घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता था, लेकिन अब यह एक बड़ा कारोबार बन चुका है। सरकार अब पशुपालन को लेकर कई सारी योजनाएं चल रही है, जिनकी मदद से आप बकरी पालन को एक बड़े बिजनेस में बदल सकते हैं। पशुपालन से लेकर पशुओं के लिए शेड निर्माण तक सरकार सब्सिडी दे रही है। अगर किसी को बकरी पालन करना है उसे इसका नॉलेज नहीं है तो भी सरकार उन्हें फ्री में ट्रेनिंग दे रही है।
बकरी पालन पर मुफ्त प्रशिक्षण
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Chandra Shekhar Azad University of Agriculture & Technology), कानपुर के कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर में शिक्षित बेरोजगारों और किसानों के लिए पांच दिवसीय मुफ्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में बकरी पालन की मॉडर्न टेक्नोलॉजी टेक्निक और बिजनेस से जुड़े पहलुओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। इच्छुक लोग इस प्रशिक्षण के लिए केंद्र में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
बकरी पालन के फायदे
बकरी पालन कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाला बिज़नेस है। बकरियों को आप कम जगह और सिंपल खानपान में पाल सकते हैं। इनके दूध की मांग हमेशा बनी रहती है, क्योंकि इससे छोटे बच्चों और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा, बकरियों को कभी भी अच्छे दामों पर बेचा जा सकता है
कैसे शुरू करें बकरी पालन?
बकरी पालन शुरू करने के लिए आप अपने हिसाब से 10 से 50 बकरियों का झुंड रख सकते हैं। एक बकरी साल में दो बच्चे देती है और इन बच्चों को एक साल बाद 5,000 से 10,000 रुपये तक में बेचा जा सकता है। ऐसे ही बकरी पालन करके सभी किसान गांव में ही शानदार इनकम का स्रोत बना सकते हैं।
सरकारी दे रही बकरी पालन पर सब्सिडी
सरकार बकरी और भेड़ पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। उत्तर प्रदेश में भेड़ पालन योजना के तहत किसानों को 20 मादा भेड़ और एक नर भेड़ा दिया जाता है। इस योजना की कुल लागत 1,70,000 रुपये है, जिसमें से 1,53,000 रुपये की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है। किसानों को केवल 17,000 रुपये का योगदान देना होता है।
ऐसे करना है आवेदन
इच्छुक किसान पशुपालन विभाग की वेबसाइट https://www.animalhusb.upsdc.gov.in/ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा संबंधित दस्तावेजों के साथ आवेदन फॉर्म को ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी से सत्यापित कराकर पशुपालन विभाग में जमा करना होगा। एक बार जांच होने के बाद योजना का लाभ दिया जाएगा।