PAN 2.0: सरकार 1435 करोड रुपए की लागत से नया प्रोजेक्ट शुरू करने वाली है इस प्रोजेक्ट का नाम पैन 2.0 रखा गया है। इस प्रोजेक्ट के मुताबिक पैन कार्ड के साथ कर कोड जारी किए जाएंगे। जिसके चलते देशवासियों के मन में बहुत सारे सवाल उठ रहे कि पुराने पैन कार्ड का क्या होगा और क्या उन्हें पैन कार्ड के लिए दोबारा से अप्लाई करना होगा?
केंद्रीय कैबिनेट ने पैन कार्ड को अपग्रेड करने के लिए पैन 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट के तहत अब पैन कार्ड क्यूआर कोड के साथ जारी किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह प्रोसेस पूरी तरह से पेपरलेस और ऑनलाइन होगी। मौजूदा पैन कार्ड धारकों को इसे बदलने या नया पैन कार्ड लेने के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार इसे सीधे अपग्रेड करके निःशुल्क उनके पते पर भेजेगी।
पैन 2.0 क्या है?
पैन 2.0 प्रोजेक्ट के तहत पैन कार्ड में कई नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। सबसे खास क्यूआर कोड फीचर होगा जो इसे और सुरक्षित बनाएगा। पैन नंबर नहीं बदलेगा लेकिन पैन कार्ड को ऑपरेट करने वाले पुराने सॉफ्टवेयर को 15-20 साल बाद पूरी तरह से अपग्रेड किया जा रहा है। यह बदलाव तेज सर्विसेज, बेहतर शिकायत निवारण और टैक्सपेयर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए किया गया है।
इस परियोजना पर 1435 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सरकार का कहना है कि यह केवल तकनीकी उन्नति नहीं है, बल्कि यह टैक्स सिस्टम को अधिक पारदर्शी और करदाताओं के लिए सुविधाजनक बनाने का एक बड़ा कदम है।
पैन 2.0 प्रोजेक्ट का मकसद पैन कार्ड को सभी सरकारी एजेंसियों के लिए एक सामान्य डिजिटल पहचानकर्ता बनाना है। यह मौजूदा पैन/टैन 1.0 इको-सिस्टम को अपग्रेड करेगा और कोर व नॉन-कोर पैन गतिविधियों को एकीकृत करेगा। नए सिस्टम में पैन डाटा वॉल्ट की सुविधा दी जाएगी जो डाटा सुरक्षा रखेगा। इसके जरिए पैन डिटेल्स को उन संस्थानों द्वारा सुरक्षित रखा जाएगा जहां इसे साझा किया गया है।
क्या पैन कार्ड अपग्रेड करने के लिए शुल्क देना होगा
पैन 2.0 के तहत मौजूदा पैन धारकों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। अश्विनी वैष्णव ने यह क्लियर कर दिया है कि यह अपग्रेडेशन बिल्कुल फ्री होगा और नए पैन कार्ड सीधे घर पर डिलीवर किए जाएंगे।
पैन 2.0 क्यों है जरूरी
अभी तक पैन कार्ड से जुड़ी शिकायतों का निपटारा समय पर नहीं हो पाता था। पुराने सिस्टम की वजह से कई टेक्निकल परेशानियां भी होती थीं। पैन 2.0 इन सभी समस्याओं को दूर करेगा और एकीकृत पोर्टल के माध्यम से शिकायतों का समाधान तेज किया जाएगा।