Post Office की इस जबरदस्त स्कीम में पैसे होंगे डबल, शुरुआत सिर्फ 1 हजार से

अगर आप बिना कोई रिस्क लिए अपना पैसा कहीं पर इन्वेस्ट करके मोटा पैसा बनाना चाहते है तो आपके लिए पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र स्कीम बिल्कुल सही है। इस स्कीम में पैसों की सुरक्षा की पूरी गारंटी सरकार की तरफ से होती है।

By Sanwarmal Choudhary

Published on:

9:30 AM

Post Office KVP SCheme: हम सभी जो भी कमाई करते हैं उसमें से थोड़ा-थोड़ा पैसा बैंक में जमा करके रखते हैं, लेकिन उसे पैसे को ऐसी जगह निवेश करने करना चाहते हैं जहां पर पैसे पूरी तरीके से सुरक्षित रहें और उनसे अच्छा खासा रिटर्न भी वापस मिले। ऐसी ही पोस्ट ऑफिस की एक स्कीम है, जिसे पैसे डबल करने वाली स्कीम भी कहते हैं। इस स्कीम का नाम किसान विकास पत्र है, जो सिर्फ 115 महीना में जमा की गई राशि को डबल कर देता है। चलो जानते हैं पोस्ट ऑफिस की स्कीम के फायदे और ब्याज दरें।

किसान विकास पत्र क्या है?

पहले यह योजना केवल किसानों के लिए शुरू की गई थी, लेकिन अब इसे सभी के लिए खोल दिया गया है। कोई भी वयस्क व्यक्ति इसमें निवेश कर सकता है। माइनर होने की स्थिति में अभिभावक भी खाता खोल सकते हैं।

किसान विकास पत्र एक ऐसी स्कीम है जो 7.5% सालाना ब्याज दर के साथ गारंटी के साथ रिटर्न देती है। इसमें निवेशकों की राशि 115 महीनों यानी 9 साल 7 महीने में दोगुनी हो जाती है। इसमें कम से कम 1000 रुपये डालकर शुरुआत कर सकते है और ज्यादा से ज्यादा अपने हिसाब से कितना भी । इस स्कीम में सिंगल और जॉइंट अकाउंट दोनों खोले जा सकते हैं। खास बात यह है कि 10 साल से अधिक उम्र के बच्चे के नाम पर भी अकाउंट खोला जा सकता है।

कैसे डबल होते है इन्वेस्ट किए गए पैसे?

इस स्कीम में निवेश पर मिलने वाला ब्याज कम्पाउंडिंग मतलब तिमाही के आधार पर तय होता है। मान लो कोई व्यक्ति किसान विकास पत्र में 5 लाख रुपये का निवेश करता है और इसे मैच्योरिटी तक रखता है, तो 7.5% ब्याज दर के हिसाब से उसे कुल 10 लाख रुपये मिलेंगे। ब्याज की यह राशि सरकार द्वारा तिमाही आधार पर तय की जाती है।

अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज

इस योजना में अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड, आयु प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और KVP एप्लीकेशन फॉर्म जैसे दस्तावेजों की जरूरत होती है। बशर्ते इस योजना का लाभ केवल भारतीय नागरिक ही ले सकते हैं, एनआरआई इसके लिए पात्र नहीं हैं।

प्रीमैच्योर निकासी के लिए क्या करना है?

अगर किसी कारण से निवेशक को जमा की गयी अमाउंट की जरूरत पड़ती है तो वह इस योजना से पैसा निकाल सकता है। प्रीमैच्योर निकासी खाता खोलने की तारीख से 2 साल 6 महीने के बाद की जा सकती है। कुछ स्पेशल कंडीशन जैसे खातेधारक की मृत्यु, न्यायालय के आदेश या गिरवीदार द्वारा जब्ती के मामलों में कभी भी निकासी की अनुमति होती है।

Sanwarmal Choudhary

मुझे B.Sc. फाइनल पास किए हुए 4 साल से ज्यादा हो गया और अब मैं फाइनेंस, बिजनेस और मार्केट के ट्रेंडिंग टॉपिक्स के बारें में लिख रहा हूँ। इन क्षेत्रों में गहरी रुचि और अनुभव है। अपने आर्टिकल्स के जरिए Janata Times 24 के पाठकों को बिजनेस ट्रेंड्स, फाइनेंशियल टिप्स और बाजार की जानकारी देता हूँ।

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