नवरात्रों की शुरुआत के साथ ही 1 अप्रैल 2025 को एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर आई है। नए वित्त वर्ष की शुरुआत के मौके पर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर के दामों में बदलाव किया है। खास तौर पर 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में अच्छी-खासी कटौती हुई है, जो होटल, रेस्टोरेंट और छोटे कारोबारियों के लिए खुशखबरी है। दिल्ली से लेकर कोलकाता और मुंबई तक सिलेंडर के रेट में कमी देखी गई है। लेकिन घरेलू इस्तेमाल वाले 14 किलो के सिलेंडर की कीमत में कोई फर्क नहीं पड़ा है।
कमर्शियल सिलेंडर में बड़ी राहत
नए महीने की शुरुआत के साथ ही ऑयल कंपनियों ने 19 किलो वाले नीले सिलेंडर के दाम घटाने का फैसला किया है। दिल्ली में यह सिलेंडर अब 41 रुपये सस्ता होकर 1762 रुपये में मिलेगा, जो मार्च में 1803 रुपये का था। कोलकाता में भी करीब 44.50 रुपये की कमी आई है, जिसके बाद यह 1868.50 रुपये का हो गया है। मुंबई में कीमत 1755.50 रुपये से घटकर 1713.50 रुपये पर आ गई है। अगर चेन्नई की बात करें, तो वहां यह सिलेंडर 1965.50 रुपये से सस्ता होकर 1921.50 रुपये का हो गया है। यह कटौती खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अपने बिजनेस में कमर्शियल सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं।
घरेलू सिलेंडर के दाम जस के तस
अगर आप सोच रहे हैं कि रसोई में इस्तेमाल होने वाला 14 किलो का सिलेंडर भी सस्ता हुआ होगा, तो यहां कोई बदलाव नहीं है। यह सिलेंडर पिछले साल अगस्त से ही एक ही कीमत पर बिक रहा है। दिल्ली में यह 803 रुपये, लखनऊ में 840.50 रुपये, कोलकाता में 829 रुपये, मुंबई में 802.50 रुपये और चेन्नई में 818.50 रुपये में उपलब्ध है। यानी आम घरों के बजट पर इस बार न तो राहत मिली और न ही कोई नया बोझ बढ़ा। सरकार की सब्सिडी स्कीम के तहत भी यह कीमतें आम लोगों के लिए किफायती बनी हुई हैं।
अप्रैल का प्राइस ट्रेंड क्या कहता है?
पिछले कुछ सालों में अप्रैल महीने में एलपीजी सिलेंडर के दामों का ट्रेंड देखें, तो यह हर बार अलग रहा है। कभी कीमत में कटौती से ग्राहकों को राहत मिली तो कभी कीमतों में उछाल आया। मिसाल के तौर पर, 2024 में अप्रैल की शुरुआत में दिल्ली में 19 किलो का सिलेंडर 30.50 रुपये सस्ता हुआ था। 2023 में भी अच्छी खबर आई थी, जब यह एक बार में 91.50 रुपये सस्ता होकर 2028 रुपये पर आ गया था। लेकिन 2022 में अप्रैल ने सबको चौंकाया, जब कीमतें 249.50 रुपये तक बढ़ गईं और सिलेंडर 2406 रुपये का हो गया। उससे पहले 2021 में भी 27 से 41 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। वहीं, 2020 में लॉकडाउन के दौरान 96 रुपये की कटौती हुई थी, जबकि 2019 में 68.50 रुपये का इजाफा देखा गया। यानी अप्रैल का महीना एलपीजी यूजर्स के लिए हर बार कुछ नया लेकर आता है।