Delhi BJP Candidates List: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 16 जनवरी को अपनी चौथी सूची जारी कर दी है। इस सूची में नौ सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है। भाजपा ने इस बार भी अपनी रणनीति को धार देते हुए आप और कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने की तैयारी की है।
ग्रेटर कैलाश से शिखा राय मैदान में
भाजपा ने ग्रेटर कैलाश सीट से शिखा राय को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज पहले से ही मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। शिखा राय को चुनावी मैदान में उतारकर भाजपा ने मुकाबले को रोचक बना दिया है। ग्रेटर कैलाश सीट पर भाजपा की उम्मीदें शिखा राय के अनुभव और लोकप्रियता पर टिकी हुई हैं।
दूसरी सीटों पर भी दमदार उम्मीदवार
भाजपा ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बवाना सीट से रविंद्र कुमार को उम्मीदवार बनाया है। वजीरपुर से पूनम शर्मा और दिल्ली कैंट से भुवन तंवर को टिकट दिया गया है। संगम विहार सीट से भाजपा ने चंदन कुमार चौधरी को उतारा है। इसके अलावा त्रिलोकपुरी से रविकांत उज्जैन, शाहदरा से संजय गोयल, बाबरपुर से अनिल वशिष्ठ और गोकलपुर (एससी) सीट से प्रवीण निमेष को प्रत्याशी बनाया गया है।
सहयोगी दलों को मिली सीटें
भाजपा ने अपनी सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) को बुराड़ी सीट दी है, जहां से जदयू के प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार चुनाव लड़ेंगे। वहीं लोक जनशक्ति पार्टी को देवली सीट दी गई है, लेकिन वहां से उम्मीदवार का ऐलान अभी नहीं किया गया है।
आम आदमी पार्टी को कड़ी टक्कर देने की तैयारी
भाजपा ने इस बार अपने प्रमुख स्टार प्रचारकों की सूची में 40 बड़े नेताओं को शामिल किया है। पार्टी का मानना है कि इन चेहरों के दम पर वह आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती दे सकती है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यह चुनाव विकास, सुशासन और जनसेवा के मुद्दों पर लड़ा जाएगा।
5 फरवरी को होगा मतदान, 8 फरवरी को आएंगे नतीजे
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा, और मतगणना 8 फरवरी को की जाएगी। इस दौरान 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होगा। भाजपा के साथ-साथ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी चुनावी मैदान में पूरी ताकत झोंक रही हैं।
पिछले चुनाव में भाजपा को झेलनी पड़ी थी हार
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को आम आदमी पार्टी से करारी हार का सामना करना पड़ा था। उस चुनाव में भाजपा को 70 में से केवल 8 सीटें मिली थीं, जबकि आप ने 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार भाजपा ने अपनी रणनीति को बदल दिया है और उम्मीदवार सिलेक्ट करने से लेकर प्रचार करने पर ज्यादा ध्यान दिया है।