Delhi New Woman CM: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 48 सीटों पर जीत दर्ज कर 26 साल बाद सत्ता में वापसी की है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि पार्टी मुख्यमंत्री किसे बनाएगी। बीजेपी ने इस चुनाव में किसी मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान नहीं किया था, ऐसे में अब पार्टी के अंदर नए सीएम को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं।
बीजेपी सूत्रों की मानें तो इस बार दिल्ली में किसी महिला को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व महिला मुख्यमंत्री के नाम पर गंभीरता से विचार कर रहा है। इस बार बीजेपी की चार महिला विधायक विधानसभा में पहुंची हैं—शिखा राय, रेखा गुप्ता, पूनम शर्मा और नीलम पहलवान। इनमें से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो दिल्ली को पहली बार किसी महिला बीजेपी नेता के रूप में मुख्यमंत्री मिलेगी।
मुख्यमंत्री पद के लिए कौन-कौन से नाम आगे?
बीजेपी के चार महिला विधायक इस बार विधानसभा चुनाव जीतकर आई हैं, जिनमें से कुछ नामों पर खास चर्चा हो रही है। शालीमार बाग से जीतने वाली रेखा गुप्ता का नाम इस दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है। वह पार्टी की महिला शाखा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं और उन्होंने 29,595 वोटों के बड़े अंतर से अपनी सीट पर जीत दर्ज की है।
ग्रेटर कैलाश से जीतने वाली शिखा राय भी मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता सौरभ भारद्वाज को कड़ी टक्कर देकर हराया है। उनके अलावा, वजीरपुर से जीतने वाली पूनम शर्मा और नजफगढ़ से भारी मतों से विजयी नीलम पहलवान भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं।
कुछ पुराने चेहरे भी आ सकते हैं सामने
बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद के लिए सिर्फ नवनिर्वाचित विधायकों को ही नहीं, बल्कि कुछ पुराने प्रभावशाली महिला चेहरों को भी इस रेस में शामिल किया जा सकता है। इनमें सबसे बड़ा नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का है। वह 2024 लोकसभा चुनाव में अमेठी से हार चुकी हैं, लेकिन दिल्ली की सियासत में उनकी भूमिका अहम मानी जाती है।
इसके अलावा दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज भी एक चर्चित नाम हैं। नई दिल्ली लोकसभा सीट से जीतने वाली बांसुरी स्वराज का नाम भी संभावित उम्मीदवारों की सूची में देखा जा रहा है।
बीजेपी दे सकती है कोई बड़ा सरप्राइज
बीजेपी का राजनीतिक इतिहास इस बात की गवाही देता है कि पार्टी अक्सर मुख्यमंत्री पद को लेकर चौंकाने वाले फैसले लेती है। इसका उदाहरण भी मध्य प्रदेश, राजस्थान और ओडिशा में लिए गए फैसले हैं। मध्य प्रदेश में मोहन यादव, राजस्थान में भजनलाल शर्मा और ओडिशा में मोहन चरण माझी को मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी ने सभी को चौंका दिया था। ऐसे में दिल्ली में भी पार्टी किसी ऐसे नाम को आगे कर सकती है, जिसकी चर्चा फिलहाल कम हो रही हो।
कब होगा शपथ ग्रहण समारोह?
नई सरकार के गठन को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं और सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 14 फरवरी के बाद हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों विदेश यात्रा पर हैं, जो 10 फरवरी से फ्रांस और अमेरिका दौरे पर गए हैं। उनके लौटने के बाद ही सरकार का गठन किया जाएगा। बीजेपी का प्लान है कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी में ही दिल्ली के नए मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जाए।
दिल्ली में अब तक तीन महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं
अगर इस बार दिल्ली को महिला मुख्यमंत्री मिलती है तो यह कोई पहली बार नहीं होगा। इससे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी इस पद को संभाल चुकी हैं। 1998 में सुषमा स्वराज बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री बनी थीं, जबकि शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक कांग्रेस की मुख्यमंत्री रहीं। आम आदमी पार्टी की आतिशी 21 सितंबर 2024 से 9 फरवरी 2025 तक मुख्यमंत्री रहीं।