विटामिन-डी को अक्सर “सूर्य की किरणों का तोहफा” कहा जाता है, क्योंकि यह हमारी त्वचा पर सूरज की रोशनी के संपर्क में आने पर प्राकृतिक रूप से मिलता है। यह विटामिन हमारे शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे कि हड्डियों को मजबूत बनाना, पाचन शक्ति को बढ़ावा देना, दिमागी हेल्थ में सुधार करना और थायरॉइड ग्रंथि को स्वस्थ रखना।
विटामिन-डी की कमी एक आम समस्या है, खास तौर पर उन जगहों या शहरों पर जहां धूप कम निकलती है। इस कमी को दूर करने के लिए कई लोग विटामिन-डी की गोलियां को खाना शुरू कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना डॉक्टर की सलाह लिए इन सप्लीमेंट्स का सेवन करने से शरीर में विटामिन-डी का ज्यादा होना खतरे का जोखिम बढ़ जाता है? आइए मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में ऑर्थोपेडिक्स और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अखिलेश यादव से जानते हैं कि विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स के सेवन से क्या अपने शरीर के लिए घातक हो सकते हैं।
शरीर को विटामिन डी के सप्लीमेंट्स खाने से फायदे
हड्डियों को मजबूत बनाना- विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा कम होता है।
इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाना- विटामिन डी पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
थायरॉइड ग्रंथि को हेल्दी रखना- विटामिन डी थायरॉइड ग्रंथि को स्वस्थ रखने में बहुत ज्यादा लाभकारी है, जिससे थायरॉइड संबंधी समस्याओं का खतरा कम होता है।
कैंसर के खतरे को कम करना- विटामिन डी कैंसर के खतरे को कम करने में बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित हुआ है, जैसे कि कोलोन कैंसर, स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर।
हृदय स्वास्थ्य में सुधार- विटामिन डी हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है, जिससे हार्ट अटैक आना कम हो जाता है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार- विटामिन डी नींद के लिए बहुत ही अच्छा है, जिससे हमारा शरीर और मन तरोताजा रहता है।
डॉक्टर से परामर्श लिए बिना विटामिन डी की गोलियां खाना शरीर के लिए परिणाम घातक-
विटामिन डी की अधिकता- विटामिन डी की अधिकता होने पर यह हानिकारक हो सकता है, जिससे किडनी की समस्याएं, हृदय रोग, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
कैल्शियम की अधिकता- विटामिन डी का शरीर में ज्यादा होने से कैल्शियम बढ़ने लगता है, जिससे किडनी मे पत्थर, हार्ट अटैक, और अन्य हेल्थ सम्बन्धित समस्याएं हो सकती हैं।
अलर्जी होना- कुछ लोगों को विटामिन डी के सप्लीमेंट्स से अधिक लेने से अलर्जी होना शुरू हो सकती हैं, जैसे कि त्वचा पर चकत्ते, खुजली, और सांस लेने में परेशानी।
इंटरैक्शन्स- विटामिन डी सप्लीमेंट्स अन्य दवाओं के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं, जैसे कि ब्लड थिनर्स, डायबिटीज की दवाएं, और हृदय रोग की दवाएं।
किडनी की समस्याएं- विटामिन डी की अधिकता से किडनी की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि किडनी की पत्थर, किडनी फेल्योर, और अन्य किडनी संबंधी समस्याएं।
अन्य स्वास्थ्य समस्याएं- विटामिन डी की अधिकता से अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि थायरॉइड समस्याएं, एड्रेनल ग्रंथि समस्याएं, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं।
इस टाइम पर लेनी चाहिए विटामिन डी के सप्लीमेंट्स
विटामिन डी सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। विटामिन डी की कमी वाले लोगों को सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जा सकती है। इसके अलावा, जिन लोगों को सूरज की रोशनी कम मिलती है, जैसे कि धूप में कम निकलने वाले लोगों को भी विटामिन डी सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जा सकती है।