देश की महिलाएँ आज हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं फिर चाहे वह आर्मी हो या डॉक्टर जैसी जिम्मेदारी वाला काम। इनके लिए सरकार समय-समय पर कई लाभकारी योजनाएँ लॉन्च करती है। ये योजनाएँ खासकर उन महिलाओं के लिए मददगार हैं, जो अपने भविष्य के लिए बचत करना चाहती हैं। इन योजनाओं में निवेश कर आप लाखों रुपये की बचत कर सकते हैं और अच्छा रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसी पाँच सरकारी योजनाओं के बारे में, जो महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती हैं।
1. सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)
सुकन्या समृद्धि योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2015 में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू की गई थी। यह योजना बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए बनाई गई है और इसमें सालाना 8.2% की ब्याज दर मिलती है। इस योजना के तहत माता-पिता या अभिभावक सिर्फ ₹250 से निवेश शुरू कर सकते हैं। निवेश की अवधि 14 वर्षों की होती है और मैच्योरिटी पर बेटियों को एक बड़ा फंड प्राप्त होता है। साथ ही यह योजना धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है।
2. सुभद्रा योजना (Subhadra Yojana)
ओडिशा सरकार द्वारा चलाई जा रही सुभद्रा योजना 21 से 60 वर्ष की महिलाओं के लिए बेहद लाभदायक योजना है। इस योजना के तहत महिलाओं को पाँच वर्षों में ₹50,000 की वित्तीय सहायता दी जाती है।
3. माझी लाडली बहिन योजना (Majhi Ladli Bahin Yojana)
महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत 21 से 65 वर्ष की महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलता है, जिनकी वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम होती है।
4. महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (Mahila Samman Saving Certificate)
2023 में शुरू की गई यह योजना महिलाओं को सुरक्षित और अच्छा रिटर्न देने के मकसद से बनाई गई है। इस योजना के तहत महिलाएँ अधिकतम ₹2 लाख तक का निवेश कर सकती हैं और इस पर 7.5% की ब्याज दर प्राप्त कर सकती हैं। यह योजना कम जोखिम में अच्छा रिटर्न पाने वाली महिलाओं के लिए बेस्ट है।
5. राष्ट्रीय बचत प्रोत्साहन योजना (NSIGSE – National Savings Incentive for Girls’ Education)
यह योजना खासतौर पर अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग की स्कूली छात्राओं के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को ₹3,000 की वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे उनकी शिक्षा में कोई बाधा न आए।