अगर आप भी राशनकार्ड धारक हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन राशनकार्ड धारकों ने अपने परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाइसी पूरी नहीं कराई है, उन्हें मार्च महीने से राशन मिलना बंद कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं इन सदस्यों के नाम राशनकार्ड से हटाए भी जा सकते हैं। सरकार ने इतना बड़ा फैसला राशन कार्ड के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने और जरूरतमंद लोगों को राशन मिल पाए इसलिए उठाया है।
जून माह से शुरू हुई थी ई-केवाइसी प्रक्रिया
सरकार ने राशनकार्ड में दर्ज सदस्यों की पहचान करने के लिए जून माह में ई-केवाइसी प्रक्रिया की शुरुआत की थी। इसके लिए कोटेदारों के यहां ई-पाश मशीन के जरिए ई-केवाइसी कराई जा रही थी। कोटेदारों ने घर-घर जाकर भी e-KYC की प्रोसेस पूरी करवाई। इस काम को आठ महीने से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन जो टारगेट रखा गया था उसके हिसाब से ई-केवाइसी पूरी नहीं हो पाई है।
अब तक पूरी हुई ई-केवाइसी की स्थिति
अब तक मंडल में कुल 38,78,110 सदस्यों में से 28,95,735 सदस्यों की ही ई-केवाइसी पूरी हो सकी है। यानी अभी भी 9,82,375 सदस्यों की ई-केवाइसी बाकी है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दो बार अंतिम तिथि बढ़ाई गई, लेकिन जनवरी के अंत तक भी 74.67 प्रतिशत सदस्यों की ही ई-केवाइसी हो पाई है।
13 फरवरी से ई-केवाइसी कराने वाला पोर्टल बंद है। यदि यह पोर्टल दोबारा नहीं खुला तो जिन सदस्यों की ई-केवाइसी अब तक नहीं हुई है, उन्हें मार्च महीने से राशन मिलना बंद हो जाएगा। मंडल के चार जिलों में बांदा में 3,52,284, चित्रकूट में 1,98,018, हमीरपुर में 2,36,378 और महोबा में 1,88,504 राशनकार्ड धारक हैं। इनमें से कुल 9,82,375 सदस्यों की ई-केवाइसी अभी भी अधूरी है।
ई-केवाइसी क्यों है जरूरी
कई बार देखा गया है कि परिवार में मृत सदस्यों के नाम पर या गलत तरीके से अतिरिक्त सदस्यों को जोड़कर राशन लिया जाता है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए सभी सदस्यों की ई-केवाइसी अनिवार्य की गई है। इससे न केवल जरूरतमंदों को उनका हक मिलेगा बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ सही पात्र तक पहुंच सकेगा।
यदि आपने अभी तक अपने परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाइसी पूरी नहीं कराई है तो जैसे ही पोर्टल दोबारा खुले, तुरंत इसे पूरा कर लें। ऐसा करने से आपको मार्च माह से राशन मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी और आपके परिवार के सदस्यों के नाम भी राशनकार्ड से हटने से बच जाएंगे।