हर किसी के मन में बिना पैसे की टेंशन के हंसी-खुशी के साथ परिवार के साथ रहने का एक सपना होता है। आप हर महीने थोड़ी सी बचत करके करोड़पति बना सकते हैं और इस सपने को साकार कर पाएंगे। यह SIP यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए मुमकिन है। अगर आप सही तरीके से निवेश करें, तो बुढ़ापे तक आपके पास इतनी रकम हो सकती है कि आप चैन की सांस ले सकें।
SIP म्यूचुअल फंड में निवेश का एक आसान तरीका है, जिसमें आप हर महीने एक फिक्स राशि डालते हैं। यह थोड़ा-थोड़ा करके पैसे जोड़ने जैसा है, जैसे आप गुल्लक में सिक्के डालते हैं। लेकिन फर्क यह है कि SIP में आपका पैसा बाजार में निवेश होता है और समय के साथ बढ़ता है। अगर आप इसे लंबे समय तक चलाएं और थोड़ी समझदारी से प्लान करें, तो यह छोटी राशि बड़ी संपत्ति में बदल सकती है। तो चलिए एक खास तरीके से इसे समझते हैं, जिसे हम 10/35/12 का फॉर्मूला कह सकते हैं।
क्या है 10/35/12 का फॉर्मूला
SIP से बड़ा फंड बनाने के लिए एक स्मार्ट तरीका है, हर साल अपने निवेश में 10% की बढ़ोतरी करना, इसे 35 साल तक जारी रखना और 12% सालाना रिटर्न की उम्मीद करना। मान लीजिए आप 25 साल की उम्र में शुरू करते हैं और हर महीने सिर्फ 2,000 रुपये डालते हैं। हर साल इसमें 10% बढ़ोतरी करते हैं यानी अगले साल 2,200 रुपये, फिर उसके अगले साल 2,420 रुपये और इसी तरह आगे बढ़ते हैं। इसे 35 साल तक चलाएं और अगर बाजार आपको औसतन 12% रिटर्न देता है, तो आपका सपना सच हो सकता है।
2 हजार रूपये की SIP
2,000 रुपये से शुरू करके आप आराम से बहुत बड़ा फंड बना सकते है बशर्ते आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा। जब आप हर साल अपने निवेश को बढ़ाते हैं और लंबे समय तक इसे चलाते हैं तो आपका पैसा न सिर्फ बढ़ता है, बल्कि उस पर मिलने वाला रिटर्न भी बढ़ता जाता है। उदाहरण के लिए पहले साल आप 2,000 रुपये महीने डालते हैं, दूसरे साल 2,200 रुपये, तीसरे साल 2,420 रुपये। यह सिलसिला 35 साल तक चलता है। इस दौरान आप कुल मिलाकर करीब 65 लाख रुपये निवेश करते हैं। लेकिन 12% रिटर्न की वजह से यह राशि बढ़कर 3 करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाती है। हैरान करने वाली बात यह है कि इसमें से ढाई करोड़ रुपये सिर्फ ब्याज से आते हैं!
चक्रवृद्धि की पावर को समझें
SIP की सबसे बड़ी खासियत है चक्रवृद्धि यानी कंपाउंडिंग। जब आपका पैसा बढ़ता है, तो उस बढ़े हुए पैसे पर भी ब्याज मिलता है। यानी आपका रिटर्न हर साल पहले से ज्यादा होता जाता है। शुरू में आपको लग सकता है कि 2,000 रुपये से क्या होगा, लेकिन 35 साल बाद यह राशि इसलिए इतनी बड़ी बन जाती है क्योंकि आपका पैसा हर साल खुद पर ब्याज कमाता है। लंबी अवधि में 12% रिटर्न कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, क्योंकि म्यूचुअल फंड्स ने पिछले कई सालों में इससे भी बेहतर प्रदर्शन किया है।
क्यों जरूरी है लंबा समय?
अब आप सोच रहे होंगे कि 35 साल बहुत लंबा वक्त है। लेकिन यही तो SIP की ताकत है। जितना ज्यादा समय आप अपने पैसे को बढ़ने देंगे, उतना ही बड़ा फंड बनेगा। अगर आप 25 साल की उम्र से शुरू करते हैं, तो 60 साल की उम्र तक आपके पास रिटायरमेंट के लिए एक मोटी रकम होगी।