राजस्थान सरकार ने संविदा कर्मचारियों के लिए नए साल से पहले बड़ा तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने संविदा कर्मियों के वेतन में हर साल 5% की वृद्धि करने की घोषणा की है। इस बदलाव के लिए सरकार ने राजस्थान संविदा सिविल पदों पर नियुक्ति नियम, 2022 में संशोधन किया है। इस संशोधन के बाद संविदा कर्मियों को उनकी सेवा के अनुसार वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा।
नए नियमों से संविदा कर्मियों को क्या लाभ मिलेगा?
सरकार ने बताया है कि हर साल संविदा कर्मचारियों के मासिक वेतन में 5% की बढ़ोतरी होगी। यह बढ़ोतरी या तो 1 जनवरी से लागू होगी या कुछ मामलों में 1 जुलाई से। इसका आधार यह होगा कि संबंधित कर्मचारी ने पिछले छह महीनों में कितनी सेवा प्रदान की है। इससे संविदा कर्मियों को अब अपनी वेतन वृद्धि के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
किन कर्मियों को मिलेगा बढ़ोतरी का लाभ?
राजस्थान कार्मिक विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार वे संविदा कर्मी जिन्होंने 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच कम से कम छह महीने की सेवा पूरी की है उन्हें 1 जनवरी से वेतन बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। इसी तरह जिन्होंने 1 जुलाई से 30 जून के बीच छह महीने की सेवा दी है उन्हें 1 जुलाई से यह लाभ प्रदान किया जाएगा।
दरअसल संविदा हायरिंग सर्विस रूल्स के तहत पहले से प्रावधान है कि संविदा कर्मियों के वेतन में 5% वार्षिक वृद्धि की जाएगी। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से अब सभी कर्मियों को 1 साल तक इंतजार नहीं करना होगा।
नया संशोधन कैसे करेगा काम?
नए नियमों के तहत हर संविदा कर्मचारी का कार्य प्रदर्शन और सेवा अवधि की समीक्षा की जाएगी। इसके आधार पर उन्हें वार्षिक वेतन वृद्धि दी जाएगी। यदि किसी कर्मचारी ने 1 जनवरी या 1 जुलाई तक छह महीने की सेवा पूरी नहीं की है तो वह अगले छह महीने पूरे करने के बाद वेतन वृद्धि के पात्र होंगे।
यह निर्णय उन हजारों संविदा कर्मियों के लिए राहत लेकर आया है जो अपने वेतन में वृद्धि के लिए लंबे समय तक इंतजार करते थे। अब कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि के अनुसार वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा।