लंबे समय से इंतजार के बाद पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन परियोजना का कार्य आखिरकार शुरू हो गया है। पुष्कर रेलवे स्टेशन से इस 60 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के पहले चरण के कार्य की शुरुआत की गई है। इस चरण में करीब 100 करोड़ रुपए की लागत से रेलवे स्टेशन, अंडरपास, ब्रिज और भवन निर्माण जैसे प्रमुख कार्य किए जा रहे हैं।
रेल मंत्रालय की ओर से प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद यह परियोजना आखिरकार अब काम शुरू हुआ है। नागौर और अजमेर जिलों में सालों तक अधूरे पड़े इस प्रोजेक्ट में अब जाकर स्पीड पकड़ी है। मेड़ता पुष्कर रेल लाइन पुष्कर से शुरू होकर नांद, रावत नांद, रावतखेरा, कोढ़, कोड़िया, पुरोहितासनी, रियांबड़ी, सूरियास, भैंसड़ा कलां और कात्यासनी को मिलाकर 23 गांवों से होकर गुजरने वाली है।
इस परियोजना के पहले चरण में पुष्कर में रेलवे स्टेशन का विस्तार और निर्माण कार्य चल रहा है। ठेका कंपनी ने पुष्कर में क्वार्टर, भवन और ऑफिस का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। रेलवे ट्रैक को 10 सेंटीमीटर तक चौड़ा करने और सभी रोड क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने का काम भी इस चरण में किया जा रहा है। इसके अलावा भैंसड़ा और नांद में रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाएगा, जिससे आसपास के क्षेत्रों में आना-जाना आसान होगा।
दूसरे चरण में 600 करोड़ रुपए की लागत से मिट्टी डालने और मुख्य ट्रैक बिछाने का काम किया जाएगा। इस चरण का कार्य अगले तीन सालों में पूरा होने का प्लान है। रेलवे परामर्शदात्री समिति के पूर्व सदस्य अभय सिंह भैंसड़ा ने बताया कि पुष्कर से परियोजना की शुरुआत हो चुकी है और निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। उन्होंने इसे क्षेत्रीय विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया।