Jaipur Gas Tanker Accident: राजस्थान की राजधानी जयपुर में हुए गैस टैंकर हादसे ने सभी को हिला कर रख दिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन जयपुर-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा इलाके में एलपीजी गैस टैंकर और दूसरे ट्रक के टक्कर की वजह से दिल दहलाने वाला हादसा हो गया था। यह हादसा अब परिवहन विभाग और प्रशासन सामने कई बड़े सवाल खड़े कर चुका है।
यह बात है शनिवार, 20 दिसंबर को सुबह के टाइम की जब भांकरोटा इलाके में केमिकल से भरे दो ट्रक की आपस में भिड़त हो गई जिससे ट्रक में भरा हुआ केमिकल फैल गया और जिससे भयंकर विस्फोट हुआ। इस विस्फोट से कहीं दर्जन मी ऊंची लपेट उठी जिसे दूर से भी आराम से देख सकते थे। घटनास्थल के पास में ही पेट्रोल पंप था जिस तक आपकी लपटे नहीं पहुंच पाई और हादसा और भी बड़ा होने से टल गया।
इस हादसे में 14 लोगों ने अपनी जान गवा दी और 45 लोग आग की लपटों में झुलस गए। हादसे में शामिल ट्रक दिल्ली की जैन केयरिंग कॉर्पोरेशन का था। जो यू-टर्न लेते टाइम एलपीजी टैंकर से टकरा गया जिससे जोरदार ब्लास्ट हुआ और इस ब्लास्ट में पास में खड़े 40 से ज्यादा वाहनों को गिरफ्त में ले लिया।
आखिर घटना का जिम्मेदार कौन है?
परिवहन विभाग इस मामले की जांच की और इस जांच में एक बड़ा पॉइंट सामने आया है। जो आदमी ट्रक चला रहा था वह हरियाणा का मूल निवासी था। जांच के बाद पता चला कि वह सीरियल ऑफेंडर (मतलब बार-बार अपराध करने वाला) है। इस ड्राइवर का पिछले दो सालों में रफ ड्राइविंग, सिग्नल ब्रेक करना और लापरवाही की गाड़ी चलाने की वजह से सात बार चालान कट चुका है। ट्रक ड्राइवर का पिछला चालान अक्टूबर महीने में अजमेर के ब्यावर में काटा गया था और इससे पहले का चलन उदयपुर में मार्च 2024 और उससे पहले का जयपुर में सितंबर 2023 को लापरवाही से गाड़ी चलाने के लिए कटा था।
कहां जा रहा था एलपीजी से भरा टैंकर
एलपीजी से भरा गुजरात के मुद्रा से आगरा की ओर जा रहा था। परिवहन विभाग ने जो रिपोर्ट बनाई थी उसके हिसाब से इस टाइम करके खिलाफ भी दो बार मोटर वाहन अधिनियम के तहत करवाई की गई है। पहली बार मार्च 2024 को भरतपुर में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाने से और दूसरी बार उन्नाव में जनवरी 2023 को सीट बेल्ट नहीं लगाने की वजह से काटा था।