Aaj Ka Panchang 30 December 2024: आज की तिथि पौष मास की 09 तिथि है, जो शक संवत 1946 और विक्रम संवत 2081 के अनुसार है। यह सोमवार का दिन है और पौष कृष्ण अमावस्या का अवसर है। सौर पौष मास के 16वें दिन और जमादि उल्सानी के 27वें दिन के रूप में भी जाना जाता है, यह तिथि हिजरी 1446 के अनुसार है। अंग्रेजी तारीख के अनुसार, आज की तिथि 30 दिसंबर 2024 है। सूर्य उत्तरायण में है और दक्षिण गोल में स्थित है, जो शिशिर ऋतु का समय है। राहुकाल का समय सुबह 07:30 से 09:00 बजे तक है।
आज की तिथि में कई महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। अमावस्या तिथि अर्धरात्रि के बाद 03:57 बजे तक रहेगी, इसके बाद प्रतिपदा तिथि की शुरुआत होगी। नक्षत्र में भी बदलाव हो रहा है, मूल नक्षत्र रात 11:58 बजे तक रहेगा, इसके बाद पूर्वाषाढ़ नक्षत्र की शुरुआत होगी। योग में भी बदलाव हो रहा है, वृद्धि योग रात 08:32 बजे तक रहेगा, इसके बाद धु्रव योग की शुरुआत होगी। करण में भी बदलाव हो रहा है, चतुष्पद करण सायं 04 बजे तक रहेगा, इसके बाद किस्तुघ्न करण की शुरुआत होगी। चंद्रमा आज धनु राशि पर संचार करेगा, जो दिन-रात अपना प्रभाव डालेगा।
आज के सूर्योदय का समय: सुबह 7:13 बजे पर, जब एक नए दिन की शुरुआत होती है और प्रकृति की सुंदरता का अनुभव होता है।
आज के सूर्यास्त का समय: शाम 5:34 बजे पर, जब दिन का अंत होता है और आकाश में सूरज की आखिरी किरणें दिखाई देती हैं।
इन समयों के अनुसार, आप अपने दिनचर्या और कार्यक्रमों को योजनाबद्ध कर सकते हैं और प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
आज के दिन प्रमुख व्रत और त्योहार
आज एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है, पौष सोमवती अमावस्या का दिन। यह दिन व्रत और त्योहार के लिए विशेष रूप से चुना गया है, जब लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना करते हैं और तीर्थ स्नान करते हैं। हरिद्वार और प्रयागराज जैसे पवित्र स्थलों पर मेले आयोजित किए जाते हैं, जहां लोग तीर्थ स्नान करने और अपने पापों को धोने के लिए आते हैं। यह दिन आध्यात्मिक शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।
आज के शुभ मुहूर्त की जानकारी
-ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:27 से 6:21 बजे तक, जब दिन की शुरुआत होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
– विजय मुहूर्त दोपहर 2:14 से 2:56 बजे तक, जब जीत और सफलता की ऊर्जा अपने चरम पर होती है।
– निशिथ काल मध्य रात्रि 12:03 से 12:57 बजे तक, जब रात की गहराई में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है।
– गोधूलि बेला शाम 5:41 से 6:08 बजे तक, जब सूर्यास्त के समय प्रकृति की सुंदरता और शांति का अनुभव होता है।
– अमृत काल सुबह 7:13 से 8:31 बजे तक, जब दिन की शुरुआत में अमृत जैसी ऊर्जा का संचार होता है और जीवन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने का अवसर मिलता है।
आज के अशुभ मुहूर्त की जानकारी
– राहुकाल सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक, जब राहु की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है और महत्वपूर्ण कार्यों को टालना उचित होता है।
– गुलिक काल दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक, जब गुलिक की ऊर्जा का प्रभाव होता है और नए कार्यों की शुरुआत करने से बचना चाहिए।
– यमगंड सुबह 10:30 से 2:00 बजे तक, जब यम की ऊर्जा का प्रभाव होता है और महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
– दुर्मुहूर्त काल दोपहर 12:51 से 1:32 बजे तक, जब नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है और महत्वपूर्ण कार्यों को टालना उचित होता है।
आज का विशेष उपाय: 11 बेलपत्रों पर चंदन के साथ ओम नाम लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें, जिससे भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। यह उपाय आपको आध्यात्मिक शांति और मानसिक संतुलन प्रदान कर सकता है।
इन अशुभ मुहूर्तों के दौरान, महत्वपूर्ण कार्यों को टालना और सावधानी बरतना उचित होता है ताकि नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से बचा जा सके।