गूगल प्ले स्टोर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए सबसे भरोसेमंद ऐप मार्केटप्लेस माना जाता है, लेकिन हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया। गूगल ने 331 खतरनाक ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है, जो यूजर्स की निजी जानकारी चुराने और फर्जी विज्ञापन दिखाने में शामिल थे। इन ऐप्स को अब तक 6 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका था, जिससे करोड़ों यूजर्स की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा था।
“Vapor ऑपरेशन” का खुलासा
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने इन ऐप्स को “Vapor ऑपरेशन” नाम दिया है, जो 2024 की शुरुआत में IAS Threat Lab द्वारा खोजा गया था। शुरू में 180 ऐप्स का पता चला था, जो 20 करोड़ से अधिक फर्जी विज्ञापन अनुरोध भेज रहे थे। बाद में Bitdefender सिक्योरिटी फर्म ने इस संख्या को बढ़ाकर 331 कर दिया और बताया कि ये ऐप्स यूजर्स को फिशिंग अटैक के जरिए उनकी निजी जानकारियां, जैसे कि लॉगिन क्रेडेंशियल्स और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स चुराने के लिए मजबूर कर रहे थे।
कैसे काम कर रहे थे ये ऐप्स?
ये मैलिशियस ऐप्स काफी स्मार्ट तरीके से यूजर्स को धोखा दे रहे थे। ये खुद को छिपाने के लिए अपना नाम और आइकन बदलकर Google Voice जैसी वैध ऐप्स की तरह दिखने में सक्षम थे।
- ये ऐप्स बिना यूजर के अनुमति के बैकग्राउंड में खुद को लॉन्च कर लेते थे और हाल ही में खुले ऐप्स की सूची से गायब हो जाते थे।
- कुछ ऐप्स पूरे स्क्रीन पर विज्ञापन दिखाते थे और Facebook, YouTube जैसी लोकप्रिय साइट्स के नकली लॉगिन पेज बनाकर यूजर्स से पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स मांगते थे।
- ये ऐप्स एंड्रॉयड 13 की सुरक्षा सुविधाओं को दरकिनार कर सकते थे, जिससे इन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता था।
कौन-कौन से ऐप्स थे शामिल?
Bitdefender की रिपोर्ट के अनुसार, ये ऐप्स सामान्य उपयोगी ऐप्स के रूप में प्ले स्टोर पर लिस्टेड थे। इनमें शामिल हैं –
- AquaTracker
- ClickSave Downloader
- Scan Hawk
- Water Time Tracker
- TranslateScan
इनमें से प्रत्येक ऐप को 10 लाख से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका था, जिससे यह समझ आता है कि बड़ी संख्या में यूजर्स इनका शिकार बने हैं।
गूगल की कार्रवाई
गूगल ने इस खतरे को गंभीरता से लेते हुए सभी 331 खतरनाक ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया है। कंपनी के प्रवक्ता ने Bleeping Computer से बातचीत में पुष्टि की कि “इस रिपोर्ट में पहचाने गए सभी ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है।”
खुद को ऐसे बचाएं
साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से यूजर्स को निशाना बना रहे हैं। इसलिए ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
- किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके डेवलपर की विश्वसनीयता जांचें।
- ऐप इंस्टॉल करने के बाद अनावश्यक अनुमतियां (Permissions) देने से बचें।
- अगर कोई ऐप संदिग्ध व्यवहार करता है, तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल करें।
- प्ले स्टोर पर ऐप्स के रिव्यू और यूजर कमेंट्स को ध्यान से पढ़ें।
- अपने फोन में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें।